भारत एक अनोखा राष्ट्र है जहां पर कई तरह के रिवाज व परम्पराएं निभाई जाती हैं। रिवाजों के अतिरिक्त यहां पर कई तरह की आभूषण भी पहनी जाती है जो स्त्रियों का श्रृंगार बनती हैं। ऐसे ही स्त्रियों का एक खास ज्वेलरी है बिछिया जो अक्सर हिंदुस्तान की हर विवाहित महिला के पैरों में देखी जाती है। हिंदुस्तान में हर महिला बिछिया जरूर पहनती है। इसके पीछे भी एक खास कारण है। ये स्वास्थ्य से भी जुड़ा है जिसके बारे में आपको जानकारी नहीं होगी। इसके अतिरिक्त बिछिया पहनने के पीछे वैज्ञानिक कारण भी है। आइये जानते हैं।
* वैज्ञानिक कारण : बिछिया को हमेशा पैर की दूसरी उंगली में ही पहना जाता है। यह बिछिया पैर की दूसरी उंगली में पहनने से प्रजनन क्षमता बढ़ाने में बहुत अहम किरदार निभाती है।गर्भाशय नियंत्रण में भी सहायक है व गर्भाशय में ब्लड प्रेशर भी सन्तुलित रहता है। एक्यूप्रेशर का भी कार्य करती है जिसमें आपके पैरों के तलते से लेकर नाभि तक की सभी नाड़ियां वपेशियां व्यवस्थित होती है।
* वैदिक कारण : वेदों के अनुसार भी बिछिया का अहम भूमिका है। वेदों का मानना है कि बिछिया को दोनों पैरों में पहनने से स्त्रियों का मासिक चक्र नियमित होता है। स्वास्थ्य के फायदा देखें तो आप इससे हमेशा स्वस्थ रहती हैं व आपके गर्भसहि पर भी अच्छा असर पड़ता है।